मध्य प्रदेश के सीधी ज़िले में हुए पेशाब कांड के पीड़ित आदिवासी युवक दशमत रावत के कल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पैर धोकर सम्मान किया था. अब एमपी सरकार ने दशमत रावत के लिए 6.5 लाख रुपये की राहत और वित्तीय सहायता की घोषणा की है.
मध्य प्रदेश के सीधी ज़िले के कलेक्टर साकेत मालवीय ने ट्विटर पर लिखा, सीएम के निर्देश के मुताबिक दशमत रावत को 5 लाख रुपये की राहत राशि प्रदान की गई है. साथ ही उनके घर के निर्माण के लिए 1.50 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी मंजूर की गई है.
करीब तीन महीने पहले सिद्धि जिले में कथित तौर पर प्रवेश शुक्ला ने दशमत रावत पर पेशाब कर दिया था. लेकिन घटना का वीडियो हाल ही में वायरल हुआ है. जिसके बाद राज्य में राजनीतिक हलचल शुरू हो गई और सीए शिवराज सिंह चौहान को रावत से मिलने और माफी के रूप में उनके पैर धोने के लिए मजबूर होना पड़ा.
वहीं मुख्य आरोपी प्रवेश शुक्ला, जिसे बुधवार (5 जुलाई) को गिरफ्तार किया गया था और कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया था. उन्हें सेंट्रल जेल रीवा भेज दिया गया है. इसके अलावा शुक्ला के आवास के कथित अवैध रूप से निर्मित हिस्से को स्थानीय प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है.
सीएम ने दशमत रावत के पैरे धोए
सीएम गुरुवार को रावत से मिले, पैर धोए और शॉल ओढ़ाकर सांत्वना दी. इस पूरी घटना को लेकर सीएम ने पीड़ित से माफी भी मांगी. इस मुलाकात के दौरान सीएम शिवराज सिंह ने दशमत रावत के साथ बैठकर खाना भी खाया.
सीएम ने कथित तौर पर रावत के परिवार से बात की थी और उनकी नौकरी के बारे में पूछा था और क्या वह राज्य कल्याण योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं.
“मैं मंत्री से मिला और अच्छा लगा. उन्होंने (सीएम चौहान) मेरे परिवार को फोन किया और मेरे परिवार से बात की और इस बात से मुझे अच्छा महसूस हुआ. अब मैं उनसे मिलकर वापस जा रहा हूं.”
पेशाब करने की घटना के बारे में पूछे जाने पर रावत ने कहा, “क्या कहें, अब जो हुआ सो हुआ.”
क्या है मामला?
सीधी जिले में नशे में धुत प्रवेश शुक्ला पर सीढ़ियों पर बैठे एक आदिवासी युवक पर पेशाब करने का आरोप है. आरोपी सीधी के बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि बताया गया. हालांकि विधायक की तरफ से इस बात से इनकार किया गया.
लेकिन घटना का वीडियो वायरल होने के बाद विपक्षी कांग्रेस पार्टी सत्तारूढ़ बीजेपी पर हमलावर हो गई. वहीं सरकार से मामले में कार्रवाई को लेकर सवाल पूछे जाने लगे. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश के बाद आरोपी पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया गया.