मध्य प्रदेश (Tribes of Madhya Pradesh) के मैहर ज़िले (Maihar District) में स्थित बाबूपुर गाँव में डायरिया (diarrhea) का प्रभाव चिंताजनक हो गया है.
इस गाँव में आदिवासियों की अच्छी खासी आबादी है. गाँव में फैल रहे डायरिया के प्रभाव से अब तक 24 लोग बीमार पड़ गए है और 8 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
गाँव के आठ लोगों की हालत गंभीर होने की वज़ह से उन्हें रामनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया था. जिसके बाद रामनगर स्वास्थ्य विभाग को गाँव में फैल रही डायरिया के बारे में जानकारी प्राप्त हुई.
डायरिया के बढ़ते प्रभाव के बारे में पता चलते ही, रामनगर पीएचई विभाग की एक टीम आदिवासी बस्ती बाबूपुर पहुंची.
टीम ने गाँव में लगे हैडपैंप, कुआं और अन्य पेयजल स्त्रोत से आने वाले पानी के सैंपल इकट्ठा कर लिए है.
इसके अलावा सैंपल लेने के बाद यह सभी पेयजल सुविधाएं अभी अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है.
गाँव में फैल रहे डायरिया से लगभग 24 लोग बीमार हुए थे. इनमें से 16 लोगों का स्वास्थ्य इलाज के बाद बेहतर है.
वहीं 8 लोग अभी भी गंभीर हालत में बताए जा रहे हैं.
यह भी पता चला है कि डायरिया से प्रभावित लोगों में ज्यादातर बच्चे और वृद्ध लोग है.
इसके अलावा डायरिया से प्रभावित घरों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं.
यह पता चला है कि बारिश के कारण हैंडपंप से गंदा पानी आ रहा था. इस पानी को गाँव के लोग बिना उपचारित किए अपने खाने-पीने में उपयोग कर रहे थे.
परिणामस्वरूप गाँव के लोगों को उल्टी-दस्त होने लगे और डायरिया बीमारी के लक्षण देखे गए.
फिलहाल इस आदिवासी बस्ती में मौजूद सभी पेयजल स्त्रोत में प्रतिबंध लगा दिए गए हैं और स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाओं का भी वितरण किया गया है.
इसके अलावा गाँव के सरपंच को यह निर्देश दिया गया है कि पानी की सप्लाई कुछ समय के लिए टैंकर से की जाए.