प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार को कांग्रेस पर आदिवासी विरासत (Tribal legacy) की अनदेखी करने और उन्हें विकास से वंचित करने का आरोप लगाया है. साथ ही दावा किया कि भाजपा गरीबों की आकांक्षाओं को पूरा करती है.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में पहले चरण की 20 सीटों पर वोटिंग के बीच पीएम मोदी ने दूसरे चरण के चुनाव के लिए सरगुजा संभाग (Sarguja division) के आदिवासी क्षेत्र सूरजपुर (Surajpur) में ‘विजय संकल्प’ (Vijay Sankalp) रैली में संभा को संबोधित किया.
इस दौरान पीएम मोदी ने विकास के पैमाने पर कांग्रेस और बीजेपी सरकार की तुलना कर आदिवासी वोटों को साधने की कोशिश की.
उन्होंने आदिवासी राष्ट्रपति को बीजेपी की देन और कांग्रेस के विरोध का जिक्र कर जताया कि बीजेपी ही उनकी सबसे बड़ी हितैषी है. इसके साथ ही पीएम ने कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी घेरने की कोशिश की.
उन्होंने कहा, “आपने कभी सोचा था कि आपके बीच से निकली आदिवासी बेटी राष्ट्रपति बनेगी. ये कहते हुए गर्व होता है कि आदिवासी समाज की बहनों को ये सम्मान भाजपा ने ही दिया है.”
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार नक्सल हिंसा को काबू करने में नाकाम रही. बीते कुछ समय में भाजपा के कई कार्यकर्ताओं को हमसे छीना गया. हाल ही में हमारे एक साथी को गोली मार दी गई.
उन्होंने आगे कहा, “भाजपा ने ही अटल जी के नेतृत्व में आप सभी के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ का निर्माण किया था. ये छत्तीसगढ़ अटल जी ने बनाया था. इसलिए भाजपा ने बनाया है भाजपा ही संवारेगी.”
पीएम ने कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तो उसे लगता था कि आदिवासियों के लिए पैसे खर्च करना मतलब गड्ढे में पैसे डालना है. लेकिन भाजपा ने आदिवासी समुदायों के कल्याण के लिए बजटीय आवंटन पांच गुना बढ़ा दिया है.
उन्होंने कहा कि सरगुजा संभाग में कांग्रेस की ओर से वोट के लिए घुसपैठियों को बढ़ावा दिया जा रहा है. आदिवासियों की जमीन छीनी जा रहा है. कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के कारण तीज-त्योहार मनाना तक मुश्किल है.
पीएम मोदी ने कहा, “आज़ादी के बाद भी कांग्रेस के दिमाग से अंग्रेजी का भूत नहीं गया. डॉक्टर्स आपसे मर्ज अंग्रेजी में पूछता है क्या? मुझे आपकी तकलीफ पता है इसलिए मैंने तय किया कि गरीब का बच्चा भी जिस भाषा में पढ़ता है उसी भाषा में डॉक्टर और इंजीनियर बनेगा.”
इसके अलावा पीएम मोदी ने कांग्रेस के ‘गरीबी हटाओ’ के नारे को खोखला बताते हुए 80 करोड़ गरीब भारतीयों को दी जाने वाली मुफ्त राशन योजना को और पांच साल बढ़ाए जाने की घोषणा दोहराई.