पश्चिम बंगाल (West Bengal) के उत्तरी दिनाजपुर ज़िले (North Dinajpur District) के रायगंज (Raiganj) में एक आदिवासी युवक की पीट-पीट कर हत्या (Tribal youngster beaten until death) कर दी गई. ये घटना सोमवार की बाताई जा रही है.
आदिवासी युवक अपराधियों को अपना मोबाइल फोन छीनने से रोक रहा था, तभी अपराधियों ने उसे बेरहमी से पीटा. घटना के बाद से पूरे इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है.
घटना के एक दिन बाद यानी मंगलवार को ग्रामीणों ने गुस्से में आकर घटनास्थल (पोल्ट्री फार्म) में तोड़फोड़ की. हालांकि अब स्थिति को काबू में कर लिया गया है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इसी पोल्ट्री फार्म से आदिवासी युवक का शव बरामद हुआ था.
मृतक का नाम बानू बास्की (25 उम्र) है और वो पटनौर इलाके का रहने वाला है. गुजर-बसर के लिए बानू प्रवासी श्रामिक के रूप में काम करता था.
घटना के समय वो अपने ससुराल पिपलान गाँव में आया था. बानू के परिवार के सदस्य ने बताया कि वो सोमवार को किसी रिश्तेदार के वहां गया था. जब वे अपने ससुराल वापस लौट रहा था, तभी कुछ लोगों ने उन्हें उसे रोका और उसका फोन छीनने की कोशिश की.
जैसे ही बानू ने उन्हें ये सब करने से रोका तो वे अपराधी बानू को ईंट, पत्थर और लाठियों से मारने लगे और उसे तब तक मारा गया जब तक उसकी मौत नहीं हो गई.
इसके बाद अपराधी शव को पोल्ट्री फार्म में छोड़कर वहां से भाग गए. उसी रात बानू के शव को ढूंढ लिया गया था.
अगले दिन यह बात पूरे गाँव में फैल गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने गुस्से में आकर घटनास्थल पर तोड़फोड़ की.
गाँव के एक निवासी, काला तोडु बताते हैं की इस फार्म में ये लोग शराब और ड्रग्स का सेवन करते हैं. पुलिस को कई बार गांव के लोगों ने इससे अवगत भी करवाया है. लेकिन पुलिस ने इस मामले पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
एक और निवासी, पुरन बारमन ने कहा, “हमने कई बार इस फार्म के अंदर किए जाने वाले गैर कानूनी काम के बारे में पुलिस को बताया था. लेकिन उन्होंने इस पर कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई.”
ये भी पता चला है की पुलिस पोल्ट्री फार्म के इलाके में तहकीकात करने आई थी. हालांकि अब तक इस मामले में किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है.