(Manipur Update) देश के कई राज्यों की आदिवासी महिला अधिकार कार्यकर्ता पिछले कई दिनों से दिल्ली में हैं. 2 अगस्त को उनकी आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा से मुलाकात तय थी.
लेकिन मंत्री मोहदय की तबियत ख़राब होने के वजह से वे इन आदिवासी महिलाओं से नहीं मिले. इन महिलाओं नें एक ज्ञापन के ज़रिए अपनी बातें आदिवासी मंत्रालय को दे दी हैं.
इन महिलाओं का कहना है कि मणिपुर में जो हुआ है उसका अंदाज़ा तक देश को नहीं है. मणिपुर हिंसा में जिस तरह से आदिवासी महिलाओं को यौन हिंसा का निशाना बनाया गया है, वह ख़ौफ़नाक है.
इन महिलाओं ने मणिपुर हिंसा से जुड़े दस्तावेज़ दिल्ली में राजनीतिक दलों और उन वकीलों को दिये हैं जो सुप्रीम कोर्ट में मणिपुर मामले में पेश हो रहे हैं.
मैं भी भारत ने इस टीम की दो वरिष्ठ सदस्यों वासवी किड़ो और कुसमताई आलम से बातचीत की है.