केरल के पलक्कड़ जिले के मुथालमाड़ा इलाके में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है.
मुथालमाड़ा पंचायत की पार्षद कल्पना देवी ने बताया है कि एक आदिवासी व्यक्ति, 54 वर्षीय वेल्लायन, जो मूचाकुंदु, चंबाकुझी का निवासी है, रिजॉर्ट में मजदूर के रूप में काम के लिए गया था.
लेकीन उसे नहीं पता था कि उसके साथ इतनी भयानक घटना होने वाली है.
उसकी बस इतनी सी गलती थी की उसने रिजॉर्ट में रखी शराब पी ली.
बस इतनी सी बात पर रिजॉर्ट के मालिक प्रभु ने गुस्से में आकर उसे कमरे में बंद कर दिया और अगले छह दिनों तक उसे बंधक बनाकर रखा.
यह घटना 17 अगस्त से शुरू हुई थी, जब वह काम के सिलसिले में रिजॉर्ट पहुँचा.
रिसोर्ट में शराब रखी बोतल से उसने एक गिलास पी लिया. इस बात पर रिसोर्ट मालिक प्रभु आगबबूला हो गया और वेल्लायन को एक कमरे में बंद कर दिया.
कल्पना देवी का कहना है कि उसे केवल दिन में एक ही बार खाना मिलता था और वह लगातार मार-पीट का शिकार हो रहा था.
इस तरह छह दिनों तक उसे वहाँ कैद रखा गया.
इसी भयानक परिस्थिति में एक दिन अचानक दूसरा आदिवासी मजदूर वहाँ काम पर पहुँचा तो उसने देखा कि एक व्यक्ति कमरे में बंद है और उसकी हालत बहुत खराब है.
वह खुद से बाहर नहीं निकल सकता था. यह देखकर उसने तुरंत स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी दी
इसी सूचना के आधार पर एक समूह गुरुवार रात रिजॉर्ट पहुँचा.
हालांकि कर्मचारियों ने उन्हें अंदर जाने से रोकने की कोशिश की, लेकिन वे अंदर घुस गए और पूरे परिसर की तलाशी ली.
इसी दौरान उन्होंने वेल्लायन को बंद कमरे में पाया और तुरंत पुलिस को बुलाया गया.
पुलिस ने देर रात पहुँचकर उसे पलक्कड़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ उसका इलाज जारी है.
बताया गया है कि जिला पुलिस प्रमुख ने मामले का संज्ञान लेने की बात कही है और घटना की शिकायत जिला कलेक्टर को भी की गई है.
पुलिस ने बताया कि वेल्लायन का बयान जल्द ही दर्ज किया जाएगा और इस मामले में एक औपचारिक मामला दर्ज कर लिया गया है.
फिलहाल रिसोर्ट का मालिक और कर्मचारी लापता हैं, और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए तलाश जारी है.