त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने ट्राइबल एरियाज़ ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल (TTAADC) के विकास के बिना त्रिपुरा के विकास को असंभव बताया.
उन्होंने कहा कि राज्य की समग्र प्रगति तब तक नहीं हो सकती, जब तक त्रिपुरा ट्राइबल एरियाज़ ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल का विकास नहीं होता.
उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनजातीय समाज के लिए लगातार काम कर रहे हैं और उनकी नीतियों का असर अब दिखने लगा है.
साहा के मुताबिक, जनजातीय इलाकों में बदलाव से लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौट रही है.
मुख्यमंत्री ने यह बातें अगरतला के रवींद्र शताब्दी भवन में एक कार्यक्रम के दौरान कहीं.
इस मौके पर 230 परिवारों के 920 मतदाता परितोष देबबर्मा के नेतृत्व में भाजपा में शामिल हुए.
परितोष देबबर्मा पहले टिपरा मोथा के ज़ोनल चेयरमैन और युथ टिपरा फेडरेशन के संस्थापक सदस्य रह चुके हैं.
साहा ने इसे ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि सही समय पर सही फैसला लेना ज़रूरी है.
उन्होंने आरोप लगाया कि पहले जनजातीय समाज को केवल राजनीति के लिए इस्तेमाल किया गया लेकिन अब सरकार उनकी असली जरूरतों को पूरा करने पर काम कर रही है.
साहा ने कहा कि पहले किसी प्रधानमंत्री ने जनजातीय समुदाय के विकास को प्राथमिकता नहीं दी. यह पहल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय शुरू हुई और 2014 में नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद तेज़ हुई.
उनका कहना है कि मोदी सरकार ने समाज के आख़िरी व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने की दिशा में कई योजनाएं लागू की हैं.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य का लगभग 68 प्रतिशत क्षेत्र टीटीएएडीसी के दायरे में आता है इसलिए इसकी अनदेखी विकास को रोक सकती है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने परिषद को अब तक 860 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी है और कई योजनाओं के लिए टीसीएस स्तर के अधिकारियों की तैनाती की गई है ताकि काम ठीक तरह से हो सके.
साहा ने दावा किया कि पिछली सरकारों ने न तो परिषद की ओर ध्यान दिया और न ही त्रिपुरा के इतिहास को सहेजने की पहल की.
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि उज्जयंत पैलेस को विकसित कर राज्य की शाही परंपरा को नए तरीके से प्रस्तुत किया गया है.
भाजपा में शामिल हो रहे परितोष देबबर्मा के बारे में साहा ने कहा कि उन्होंने यह समझा है कि राष्ट्रीय स्तर की पार्टी से जुड़कर ही बड़े पैमाने पर विकास संभव है.
उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार ने सात जनजातीय व्यक्तियों को पद्मश्री सम्मान दिलाया है, केवल वोट के लिए नहीं बल्कि सम्मान देने के लिए.
इस कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीब भट्टाचार्य, आदिवासी कल्याण मंत्री बिकास देबबर्मा, संगठन महामंत्री बिपिन देबबर्मा और जनजाति मोर्चा अध्यक्ष परिमल देबबर्मा भी मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि भाजपा सरकार की नीतियों से जनजातीय समाज को आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी और राज्य को संतुलित विकास की दिशा में आगे बढ़ाया जाएगा.