त्रिपुरा के ढलाई जिले में शुक्रवार को एक आदिवासी युवक की मौत के बाद दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई.
इस झड़प के दौरान कई दुकानों में आग लगा दी गई और घरों को भी नुकसान पहुंचाया गया.
इस झड़प के बाद स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पूरे इलाके में गश्त बढा दी और सीआरपीएफ और त्रिपुरा स्टेट राइफल्स की टीम को भी तैनात कर दिया गया है.
इस क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है. साथ ही ढलाई जिले में 13 जुलाई रात 12 बजे तक के लिए इंटरनेट और मैसेज सेवा भी बंद कर दी गई है.
त्रिपुरा के गृह सचिव पीके चक्रवर्ती ने एक अधिसूचना जारी कर ये सूचना दी कि फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के ज़रिए तस्वीर, चित्र और वीडियो के ज़रिए फर्जी सूचना फैलने का खतरा था.
ढलाई ज़िले में भड़की हिंसा और व्यापक रूप न ले इसलिए भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 की धारा 52 के प्रावधान के तहत इलाके की इंटरनेट सेवा को बंद किया जा रहा है.
परमेश्वर रियांग पांच दिन पहले गंडतविसा नाम की जगह लगे एक स्थानीय मेले में हुई झड़प के बाद घायल हो गया था. इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
ढलाई ज़िला एसपी अविनाश राय ने बताया कि मेले में युवकों के दो समूहों के बीच झड़प हो गई.
इसी दौरान रियांग को गंभीर चोटें आईं. शुरुआत में उसे गंडतविसा अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
लेकिन बाद में उसकी हालत बिगड़ने पर उसे जीबीपी अस्पताल में भेज दिया गया जहां शुक्रवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
ढलाई के जिलाधिकारी साजू वहीद ने बताया कि शव को युवक के घर लाने के बाद ही इलाके में तनाव की स्थित पैदा हो गई थी. उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शांति बैठक आयोजित की जा रही है.
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि जब पुलिस वहां पहुंची तो कुछ स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया. इसके बाद यहां धारा 144 लगा दी गई है.
इस मामले की जानकारी मिलने के बाद टिपरा मौथा प्रमुख प्रद्योत किशोर माणिक्य ने इस घटना की निंदा की और न्याय की मांग की. वे पीडित परिवार से मिलने गए और उन्हें सांत्वना देने की कोशिश की.
ज़िला एसपी अविनाश राय ने फेसबुक पर परमेश्वर रियांग की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए लिखा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की है और दोषियों पर संबंधित धाराओं के तहत कार्यवाही की मांग की है. उन्होंने क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की और स्वयं परमेश्वर दास के परिवार से मिलने की बात कही.
इस मामले में पुलिस ने आदिवासी युवक परमेश्वर दास के मौत के चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है.