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मध्य प्रदेश: आदिवासी वोंट बैंक साधने के लिए कल टंट्या मामा मूर्ति का अनावरण

पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) कल इंदौर (Indore) आकर धार (Dhar) जिले के मोहनखेड़ा पहुंचेंगी, जहां टंट्या मामा की मूर्ति का अनावरण भी रखा गया है. वहीं आदिवासियों की वोंट को साधने के लिए सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस एड़ी, चोटी का जोर लगा रही है.


कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) कल मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के धार जिले (Dhar district) के मोहनखेड़ा पहुचेंगी. जहां टंट्या मामा (Tantia Bhil) की मूर्ति का उद्घाटन करेंगी और एक बड़ी सभा में शामिल होंगी.

जिसमें आदिवासी अंचल के सभी जिलों के कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. धार ज़िले में कुल सात विधानसभा सीटें हैं, जिसमें से 5 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है.

धार विधानसभा सीट मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2018 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी. इस बार धार विधानसभा सीटों के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे ये तो चुनाव के नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा.


2018 विधानसभा चुनाव में धार में कुल 49 प्रतिशत वोट पड़े थे और बीजेपी की नीना वर्मा ने आईएनसी के श्रीमती प्रभा सिंह गौतम को 6 वोटों के मार्जिन से हराया था.


इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं छतर सिंह दरबार, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं. उन्होंने इंडियन नेशनल कांग्रेस के दिनेश गिरवाल को हराया था.


2011 की जनगणना के मुताबिक मध्य प्रदेश के धार जिले की कुल जनसंख्या 2,185,793 है. जिसमें से 1,112,725 पुरुष हैं जबकि 1,073,068 महिलाएं हैं. 2011 में धार जिले में कुल 425,914 परिवार रहते थे.

धार जिले का औसत लिंगानुपात 964 है. 2011 की जनगणना के अनुसार धार जिले में आदिवासियों की कुल आबादी 1,222,814 है और पुरुषों की संख्या है 614,619. वहीं महिलाओं की संख्या 608,195 है.


वहीं मध्य प्रदेश में अनुसूचित जनजाति की जनसंख्यां 153.16 लाख (जनगणना 2011 के अनुसार) जो कि राज्ये की कुल जनसंख्या का 21.10 प्रतिशत है. इस तरह मध्य प्रदेश देश का ऐसा राज्य है, जहां हर पांचवा व्यक्ति अनुसूचित जनजाति वर्ग में आता है.


मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें है और 33 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाई थी. कुल 230 सीटों में से कांग्रेस ने 114, भाजपा ने 109, बसपा ने दो, सपा ने एक और निर्दलीय ने चार सीटों पर जीत दर्ज की थी.


30 सितंबर को जारी किए गए एक सर्वे के नतीजों के मुताबिक, मध्य प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को 115 से 122 और कांग्रेस को 105 से 115 सीटें मिल सकती हैं.

अन्य के खाते में 1 से पांच सीटें जा सकती हैं. मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 116 सीटों की जरूरत होती है. सर्वे के मुताबिक, वोट फीसदी देखें तो बीजेपी बढ़त बनाती दिख रही है.

बीजेपी को 45.6 प्रतिशत और कांग्रेस को 45.1 प्रतिशत और अन्य को 9.3 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है.


अफसोस की बात यह है की सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस आदिवासियों के मुद्दों पर नहीं बल्कि उनके प्रतिकों पर फोकस कर रही है.

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