HomeAdivasi Dailyओडिशा सरकार ने आदिवासी सांस्कृतिक समूहों को संगीत वाद्ययंत्र वितरित किए

ओडिशा सरकार ने आदिवासी सांस्कृतिक समूहों को संगीत वाद्ययंत्र वितरित किए

बुधवार को ओडिशा सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. जिसमें उन्होंने आदिवासी के सांस्कृतिक समूहों को संगीत यंत्र वितरण किया है.

बुधवार को ओडिशा सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग(Odisha government’s Backward Classes Welfare Department) ने एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया था. जो नौ विशेष विकास परिषद (Special Development Council – SDC) ज़िलों के आदिवासी सांस्कृतिक समूहों को संगीत वाद्ययंत्र और नृत्य वेशभूषा के वितरण पर केंद्रित था.

इन नौ एसडीसी में दरगढ़, रायगड़ा, नबरंगपुर, मयूरभंज, मलकानगिरी, कोरापुट, क्योंझर, कंधमाल और गजपति ज़िले शामिल हैं.

इस कार्यक्रम में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक वीडियो संदेश भेजा. जिसमें उन्होंने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आदिवासी समुदायों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि आदिवासी संस्कृति देश और राज्य को समृद्ध करती है.

नवीन पटनायक ने कहा कि हमारी अनूठी जनजातीय संस्कृति हमारे राज्य और देश को समृद्ध बनाती है. अगर संस्कृति को उचित महत्व नहीं दिया गया तो कोई विकास नहीं हो सकता है. इसके महत्व को पहचानते हुए उन्होंने विशेष विकास परिषदों को शुरुआती 9 से बढ़ाकर 23 ज़िलों तक विस्तारित किया है.

उन्होंने यह भी कहा है कि हम अपनी ‘अमा ओडिशा, नबीन ओडिशा’ (‘Ama Odisha, Nabin Odisha’) पहल के हिस्से के रूप में संस्कृति पर बहुत जोर दे रहे हैं. इस वर्ष 9 एसडीसीएस को 175.5 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि आवंटित की गई है.

इसके अलावा उन्होंने कहा कि उन्हें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि संगीत वाद्ययंत्रों और नृत्य वेशभूषा से साठ हजार से अधिक आदिवासियों को लाभ होगा. आइए इन संसाधनों का उपयोग करें और अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में काम करें.

एसटी और एससी विकास मंत्री जगन्नाथ सराका ने सांस्कृतिक संरक्षण के महत्व पर जोर दिया है.

उन्होंने कहा कि सरकार ने आदिवासी संस्कृति की रक्षा और प्रचार के लिए एसडीसी की स्थापना किया है. अब तक 1,800 से अधिक आदिवासी समूहों को संगीत वाद्ययंत्र प्राप्त हुए हैं और 1,000 नृत्य मंडलियों को उनकी संस्कृति को संरक्षित करने के लिए पोशाकें दी गई हैं.

जगन्नाथ सराका ने यह भी कहा है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में हम कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, कौशल विकास, सामाजिक सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और खेल में प्रगति देख रहे हैं. जो अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण स्थापित कर रहा है.

भले ही इस कार्यक्रम से संगीत के क्षेत्र से जुड़े आदिवासियों को प्रोत्साहन मिलेगा लेकिन आदिवासियों की बुनियादी सुविधाओं में बदलाव भी बेहद अहम है.

ज्यादातर आदिवासियों की आर्थिक स्थिती अभी भी जौह के तौह है. उसमें कोई बदलाव नहीं आया है.

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