बुधवार 30 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय ने 4 सरकारी अधिकारियों को गिरफ़्तार किया है. यह हिमाचल प्रदेश के उच्च शिक्षा निदेशालय में आधिकारी थे. वहीं इस पूरे घोटाले में शिक्षा निदेशालय के अलावा प्राइवेट इंस्टीटयूशन और बैंक भी शामिल है. यह पूरा घोटाला एसटी/एससी स्कॉलरशिप से जुड़ा है. इसमें करीब 200 करोड़ का घोटाला किया गया था.
इस पूरे घोटले में ASAMS एजुकेशन ग्रुप के राजदीप जोसन और किशन कुमार, kc group के उपाध्यक्ष हितेश गांधी और हिमाचल प्रदेश के निदेशालय के आधिकारी अरविंद राजता शामिल है. इस केस को शिमला के पीएमएलए कोर्ट द्वारा देखा जाएगा. यह केस मनी लॉंडरिंग कानून (पीएमएलए) के अंतर्गत आता है.
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी ने बताया कि जोसन और कुमार की एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट के संस्थान थे. ये संस्थान फ़र्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए दलितों और आदिवासियों की अंडर मैट्रिकुलेशन और पोस्ट मैट्रिकुलेशन स्कॉलरशिप हड़प लेते थे. वहीं हितेश गांधी बच्चों के एकांउट से पैसे लेकर उसे इंस्टीटयूशन के एकांउट में पैसे ट्रांसफर करते थे.
इन सभी को कोर्ट ने 5 दिन की हिरासत में रखा है.