सोमवार के दिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के समर्थकों ने त्रिपुरा स्टूडेंट्स फेडरेशन के सदस्य पर हमला किया है. यह घटना त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में स्थित महाराजा बीर बिक्रम कॉलेज की है.
त्रिपुरा स्टूडेंट्स फेडरेशन के जिस छात्र पर हमला हुआ है, उसकी पहचान खोरंग देबबर्मा (Khorang Debbarma) के रूप में की गई है. जिसे इलाज के लिए राज्य की राजधानी के जीबीपी अस्पताल ले जाया गया.
इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक डीवाईएफआई, एसएफआई, टीएसयू और टीवाईएफ युवा और छात्र संगठन हाल ही में हुए यूजीसी नेट और नीट परीक्षा स्कैम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
इन सभी ने अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान यह मांग की है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान अपने पद से इस्तीफा दें.
त्रिपुरा स्टूडेंट्स फेडरेशन के अनुसार खोरांग देबबर्मा और एबीवीपी समर्थको के बीच किसी बात पर असहमति हुई थी.
इस असहमति के बाद टीएसएफ सदस्य ने कॉलेज प्रिंसिपल से मुलाकात की और शिकायत दर्ज करने की कोशिश की.
टीएसएफ अगरतला टाउन कमेटी के उपाध्यक्ष मनीष देबबर्मा ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमने प्रिसिंपल से मुलाकत की और उनको आरोपियों की पहचान कराने में भी मदद की है.
इसके अलावा उन्होंने प्रिसिंपल से यह अनुरोध किया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रावाई की जाए.
टीएसएफ त्रिपुरा के सबसे पुराने आदिवासी छात्र संगठनों में से एक है. यह संगठन नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन (एनईएसओ) का सदस्य भी है.
यह भी पता चला है कि कॉलेज में कोई सीसीटीवी कैमरा मौजूद नहीं था. इसलिए आरोपियों की पहचान करना और भी मुश्किल हो गया है.
वहीं इस पूरे मामले पर एमबीबी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ निर्मल भद्र ने कहा है कि उन्हें अब तक एक छात्र संगठन को छोड़कर कहीं से भी कोई शिकायत नहीं मिली है. कॉलेज में स्थिति काबू में है.
इसके अलावा एबीवीपी नेताओं से अभी तक इस घटना को लेकर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं मिली है.