HomeAdivasi Dailyअब यूपी के सोनभद्र में पुलिस ने आदिवासी युवक के कान और...

अब यूपी के सोनभद्र में पुलिस ने आदिवासी युवक के कान और चेहरे पर पेशाब करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया

पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे. पुलिस पीड़ित आदिवासी गुलाब कोल को उस जगह ले गई जहां उसके साथ वारदात हुई थी. पूछताछ करने के बाद पुलिस ने आनन-फानन में मामला दर्ज करने के साथ ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

मध्य प्रदेश के सीधी में पेशाब कांड का मामला अभी थमा भी नहीं था कि उत्तर प्रदेश के सोनभद्र से एक ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां एक व्यक्ति ने आदिवासी युवक के कान और चेहरे पर पेशाब कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.

घटना के वक्त तीनों ही नशे में थे. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे संज्ञान में लेकर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया. आरोपी ने बताया कि नशे में होने के कारण उसे घटना का पता नहीं चला.

उत्तर प्रदेश पुलिस ने आदिवासी युवक की पिटाई करने और उसके कान और चेहरे पर पेशाब करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. अब पुलिस उस व्यक्ति की तलाश कर रही है जिसने कथित घटना का वीडियो अपने फोन पर बनाया और गुरुवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.

पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, “अश्लील वीडियो पोस्ट करने वाले शख्स के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.”

उन्होंने कहा कि कथित अत्याचार मंगलवार को सोनभद्र के पूर्वी जिले के घटिहटा गांव में हुआ. उन्होंने कहा कि पीड़ित और आरोपी दोनों परिचित हैं और एक ही गांव के रहने वाले हैं. घटना के समय पीड़ित और आरोपित दोनों ही शराब के नशे में थे. पीड़ित को यह नहीं पता था कि जवाहिर पटेल ने उसके साथ किस तरह का व्यवहार किया.

सिंह ने दूसरे आरोपी के नाम का खुलासा नहीं करते हुए कहा कि हमने जवाहिर पटेल और उसके एक दोस्त को एससी/एसटी अधिनियम और दंड संहिता की कई धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि आरोपी और आदिवासी व्यक्ति एक-दूसरे को जानते थे और उस समय तीनों नशे में थे.

वहीं कथित पीड़ित गुलाब कोल ने संवाददाताओं से कहा कि उसे आरोपी के साथ झगड़ा याद है लेकिन उसके बाद ज्यादा कुछ नहीं.

कोल ने कहा, “मैं नशे में था और मुझे याद नहीं कि मेरे साथ क्या हुआ. मैंने गुरुवार को वीडियो देखा. वीडियो देखने के बाद पुलिस ने मुझसे संपर्क किया और फिर मैंने मामला दर्ज कराया.”

यशवीर सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे. पुलिस पीड़ित आदिवासी गुलाब कोल को उस जगह ले गई जहां उसके साथ वारदात हुई थी. पूछताछ करने के बाद पुलिस ने आनन-फानन में मामला दर्ज करने के साथ ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

वहीं घटना की जानकारी मिलने पर गुरुवार देर शाम डीआईजी आरपी सिंह सोनभद्र के जुगैल थाने पर पहुंचे और घटना की जानकारी हासिल की. उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं.

शुक्रवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं. कथित पीड़ित और आरोपी कृषि मजदूर हैं.

दलित शख्स से चटवाई चप्पल

इससे पहले सोनभद्र के ही शाहगंज थाना क्षेत्र के बहुआर गांव में दबंग लाइनमैन तेजबली पटेल ने 8 जुलाई एक दलित युवक की पिटाई कर दी थी. बाद में युवक राजेंद्र से चप्पल चटवाया और उठक-बैठक भी कराई.

अगले दिन इस घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लाइनमैन को गिरफ्तार कर लिया. बाद में पावर कॉरपोरेशन ने संविदा लाइनमैन को 10 जुलाई को बर्खास्त कर दिया था. आरोपी संविदा लाइनमैन तेजबली सिंह पटेल ओढ़हथा गांव का निवासी है.

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने दलित युवक से जूता चटवाने के मामले में नोटिस जारी करते हुए राज्य सरकार से 17 जुलाई तक विस्तृत ब्योरा तलब किया है. ये मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि ये दूसरी बड़ी घटना सामने आ गई.

शर्मशार करने वाली ये दोनों घटनाएं एक हफ्ते के अंतराल पर हुई हैं. भाजपा शासन में दलितों और आदिवासियों के साथ हो रहे अत्याचार ने योगीराज के सुशासन पर बड़ा सवाल खड़ा किया है.

वहीं इस महीने की शुरुआत में उत्तर प्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्य मध्य प्रदेश के सीधी में भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला को एक आदिवासी शख्स के ऊपर पेशाब करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इस मामले की राष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई थी.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments