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आंध्र प्रदेश: 2000 आदिवासी छात्र-छात्राएं पास होने के बावजूद आगे नहीं पढ़ सकेंगे

आंध्र प्रदेश के मान्यम ज़िले में इस साल 3000 आदिवासी छात्र-छात्राएं 10वीं कक्षा मे पास हुए है. अफसोस की बात ये है कि इन सभी के लिए ज़िले में मौजूद गुरूकुल कॉलेजों में पर्याप्त सीट नहीं हैं.

आंध्र प्रदेश (Tribes of Andhra Pradesh) में आदिवासी छात्र-छात्राएं 10वी कक्षा में पास होने के बावजूद भी उच्च शिक्षा (Intermediate Education) प्राप्त करने के लिए संघंर्ष कर रहे हैं.

मान्यम ज़िले (Manyam district) में 3000 से अधिक आदिवासी छात्र-छात्राएं 10वी कक्षा में सफलता पूर्वक पास हुए हैं. इनमें से कई छात्र-छात्राओं ने 550 से अधिक अंक प्राप्त किए हैं.

लेकिन ज़िले में मौजूद 8 गुरूकुल आवासीय जूनियर कॉलेज में सीटों की कमी के कारण यह सभी उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाएंगे.

इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार इन कॉलेजों में 2060 छात्र-छात्राओं को भर्ती किया जा सकता है. लेकिन कॉलेजों के पास पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद नहीं है. इसलिए यहां इस साल 1030 छात्र-छात्राओं को ही दाखिला मिल पाएगा.

इसके अलावा प्रत्येक कॉलेज में एमपीसी (Mathematics, Physics, and Chemistry) और बीपीसी (Biology, physics and chemistry) के लिए 40-40 सीटें है. मतलब इन 8 कॉलेजों में विज्ञान में रूची रखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए महज़ 640 सीटें ही है.

इन 3000 छात्र-छात्राओं में से बहुत से बच्चे विज्ञान में रूची रखते हैं. लेकिन फिर भी इन्हें सामाजिक या व्यवसाय पढ़ने के लिए मज़बूर किया जा रहा है. क्योंकि इन कॉलेजों में पर्याप्त सीट मौजूद नहीं है.

गुरूकुल आवासीय जूनियर कॉलेजों ने इस साल के दाखिले से संबंधित अधिसूचना ज़ारी कर दी है. कॉलेज में दाखिले के लिए 22 मई को काउंसलिंग की जाएगी. इस काउंसलिंग के हिसाब से ही कॉलेज में दाखिला होगा.

यह बात तो स्पष्ट है कि इस साल 10वी कक्षा में पास हुए सभी छात्र-छात्राओं को कॉलेज में एडमिशन मिलना मुश्किल है.

इस सिलसिले में सीथमपेटा में गुरूकुल आवासीय जूनियर कॉलेजों के प्रिंसिपल ने कहा कि इन 8 कॉलेजों में और सीट बढ़ाना मुश्किल है. इसलिए ज़िले में अन्य गुरूकुल खोलने की आवश्यकता है.

वहीं इंटरमीडिएट शिक्षक डी. मंजुलवीना ने कॉलेजों में सीटों की कमी पर सहमति जाताई है और कहा है कि कॉलेज अधिकारी इसका समाधान निकालने का प्रयास कर रहे हैं.

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