HomeAdivasi Dailyरेलवे ट्रैक के पास संदिग्ध हालात में पाई गई हक्की-पिक्की समुदाय की...

रेलवे ट्रैक के पास संदिग्ध हालात में पाई गई हक्की-पिक्की समुदाय की दिव्यांग बच्ची की लाश

घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया. उन्होंने प्रदर्शन करते हुए इलाके में व्याप्त असुरक्षा, खराब रोशनी, बुनियादी सुविधाओं की कमी और असामाजिक तत्वों की सक्रियता को लेकर प्रशासन के खिलाफ नाराज़गी जताई.

कर्नाटक में हक्की-पिक्की समुदाय की एक 15 वर्षीय दिव्यांग बच्ची की संदिग्ध परिस्थिति में मौत का मामला सामने आया है.

बच्ची की लाश सोमवार को बिदादी के पास रेलवे ट्रैक के किनारे मिली. घटना के बाद गांव में आक्रोश का माहौल है.

ग्रामीणों का आरोप है कि बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या की गई है.

छुट्टी में घर आई थी छात्रा

जानकारी के अनुसार, मृतक बच्ची बोल और सुन नहीं सकती थी. वह एक आवासीय विद्यालय में आठवीं कक्षा में पढ़ती थी.

वह छुट्टियों में अपने गांव लौटी थी और गांव के अन्य बच्चों के साथ अपने घर के पास एक जन्मदिन पार्टी में गई थी. लेकिन पार्टी के बाद वह अचानक लापता हो गई.

जब देर तक वह वापस नहीं लौटी तो परिवार और ग्रामीणों ने उसकी तलाश शुरू की और बाद में पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई.

रेलवे ट्रैक पर मिला शव

कुछ घंटों बाद ग्रामीणों को रेलवे ट्रैक के पास एक शव दिखाई दिया. इस शव की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई.

मौके पर पहुंची बिदादी पुलिस ने शव को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और हत्या का मामला दर्ज किया.

फॉरेंसिक टीम हत्या से पहले लड़की के साथ यौन शोषण करने के आरोप की जांच कर रही है.

नाराज़ ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन

घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया. उन्होंने प्रदर्शन करते हुए इलाके में व्याप्त असुरक्षा, खराब रोशनी, बुनियादी सुविधाओं की कमी और असामाजिक तत्वों की सक्रियता को लेकर प्रशासन के खिलाफ नाराज़गी जताई.

लोगों ने दोषियों को सख्त सज़ा देने की मांग की और क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट लगाने, गश्त बढ़ाने और बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने की मांग की.

जांच के लिए विशेष पुलिस टीम गठित

पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम का गठन किया है.

रामनगर ज़िले के पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल का दौरा किया और बताया कि प्रारंभिक जांच में यौन हिंसा के स्पष्ट संकेत नहीं मिले है लेकिन अंतिम पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी.

पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी शुरू कर दी है.

प्रशासन ने पीड़ित परिवार को दी आर्थिक सहायता

घटना की जानकारी मिलते ही राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और मगदी विधायक एचसी बालकृष्ण ने गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और संवेदनाएं व्यक्त कीं.

पीड़ित परिवार को ज़िला प्रशासन की ओर से ₹4.12 लाख की मदद राशि और पंचायत की ओर से ₹50,000 की अतिरिक्त सहायता दी गई है.

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक बेहद दुखद और संवेदनशील मामला है.

परिवार की ओर से किसी पर शक नहीं जताया गया है फिर भी पुलिस सभी पहलुओं की निष्पक्ष जांच करेगी और सच्चाई सामने लाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments