अवैध देसी शराब बेचने के आरोप में गिरफ्तार किए गए 47 साल के एक आदिवासी आदमी की तमिल नाडु के तिरुवन्नामलाई में न्यायिक हिरासत में रहने के एक दिन के अंदर ही मौत हो गई. इसके बाद पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगा है.
के. तंगमणि की 27 अप्रैल को मौत हो गई थी, जिसके बाद उनके परिवार ने कलेक्टर से इसके बारे में शिकायत लगाई. परिवार का आरोप है कि पुलिस ने हिरासत में तंगमणि को पीटा.
पुलिस ने कहा कि जवाधु हिल्स के साथ लगे पेरुनकोलतूर ग्राम पंचायत के तहत आने वाले तट्टारनई गांव के निवासी तंगमणि को 26 अप्रैल को प्रोहिबिशन एनफोर्समेंट विंग (पीईडब्ल्यू) द्वारा उनके घर से सुबह 9.30 बजे के आसपास हिरासत में लिया गया था. उसे दोपहर 12 बजे के करीब थाने लाया गया और उससे पूछताछ की गई.
पुलिस ने कहा कि तंगमणि पर 22 मामले दर्ज हैं, जिनमें ज्यादातर शराबबंदी से संबंधित हैं. इन 22 मामलों में से उन्हें चार में दोषी ठहराया गया था. “हमने निर्धारित प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन किया है. पोस्टमार्टम भी पूरा हो चुका है,” एसपी (तिरुवन्नामलाई), ए. पवन कुमार रेड्डी ने बताया हिन्दू अखबार को बताया.
पुलिस का यह भी कहना है कि तिरुवन्नामलाई सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में नियमित मेडिकल परीक्षण के बाद, एक फिटनेस प्रमाण पत्र प्राप्त किया गया और उसके बाद ही तंगमणि को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.
तंगमणि को उसी दिन शाम करीब साढ़े छह बजे उप-जेल में भेज दिया गया. 27 अप्रैल को, उन्हें सुबह 9 बजे दौरे पड़ने लगे, जिसके बाद उन्हें इलाके के सरकारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया. उन्हें आउट पेशेंट के रूप में भर्ती किया गया और वहां से छुट्टी दे दी गई.
शाम करीब साढ़े चार बजे उन्हें फिर से दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें फिर से अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनका इलाज किया. लेकिन रात 8.45 बजे उनकी मौत हो गई. इसके बाद पुलिस ने परिवार को तंगमणि की मौत की सूचना दी.
गुरुवार को, हालांकि, तंगमणि की पत्नी टी. मलर और बेटे के नेतृत्व में परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने उप-जेल भेजे जाने से पहले पुलिस प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए उनकी मौत की जांच की मांग की.
कलेक्ट्रेट में एक घंटे से ज्यादा समय तक विरोध प्रदर्शन करने के बाद, तंगमणि के परिवार के कुछ सदस्यों को कलेक्टर बी मुरुगेश से मिलने और एक याचिका दायर करने की अनुमति दी गई. कलेक्टर ने जांच का आश्वासन दिया है.
अपनी याचिका में, मलर ने कहा है कि वो कुरवर समुदाय से हैं. समुदाय के पुरुष नौकरी की तलाश में दूसरे जिलों और बड़े शहरों में जाते हैं, और किसी भी गैर कानूनी गतिविधि में शामिल नहीं थे.
मलर ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने उसके पति से 2 लाख रुपये की मांग की ताकि वे उसके खिलाफ अवैध शराब की बिक्री का मामला दर्ज न करें. जब उन्होंने पैसा देने से इनकार कर दिया, तो तंगमणि को हिरासत में ले लिया गया.
तंगमणि के परिजनों ने जांच की मांग करते हुए उनका शव लेने से इंकार कर दिया.