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द्रोपदी मूर्मु के गाँव में रातों रात आई रोशनी, गाँव में अभी तक बिजली नहीं थी

यहाँ के ग्राम पंचायत के एक सदस्य ने MBB को बताया कि उम्मीद की जा रही है की सोमवार तक गाँव में बिजली पहुँच जाएगी. उपरबेड़ा में दो बस्तियाँ हैं इनमें से एक का नाम है बड़ासाही और दूसरी का डूँगरीसाही नाम है. इस गाँव की आबादी क़रीब 3500 बताई गई है. यहाँ के लोगों ने बताया कि इन दो बस्तियों में से एक बड़ासाही में तो बिजली है लेकिन एक किलोमीटर दूर बसी बस्ती डूंगरीसाही में अभी तक बिजली नहीं पहुँची थी.

कल यानि शनिवार को मयूरभंज ज़िले के एक गाँव के लिए बेहद ख़ास था. 38 खंभों और 900 मीटर तार से लदा एक ट्रक इस गाँव में पहुँचा. यह गाँव है उपरबेड़ा और पंचायत क्षेत्र डूँगरीसाही है.

इस गाँव के लोगों ने बताया कि लाइनमैन इस गाँव पोल गाड़ने और तार खींचने में जुटे हुए हैं. इसके अलावा गाँव में ट्रांसफ़ॉर्मर लगाने का काम भी चल रहा है. यानि अब इस गाँव में भी बिजली पहुँच जाएगी.

इस गाँव की क़िस्मत रातों रात बदल गई…कैसे? तो आपको बता दें कि यह गाँव अब देश की भावी राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्मू का गाँव है. इस गाँव में अभी तक बिजली नहीं पहुँची थी और गाँव के लोग रात को मिट्टी के तेल की डिबिया जलाते थे.

यहाँ के ग्राम पंचायत के एक सदस्य ने MBB को बताया कि उम्मीद की जा रही है की सोमवार तक गाँव में बिजली पहुँच जाएगी. उपरबेड़ा में दो बस्तियाँ हैं इनमें से एक का नाम है बड़ासाही और दूसरी का डूँगरीसाही नाम है. 

इस गाँव की आबादी क़रीब 3500 बताई गई है. यहाँ के लोगों ने बताया कि इन दो बस्तियों में से एक बड़ासाही में तो बिजली है लेकिन एक किलोमीटर दूर बसी बस्ती डूंगरीसाही में अभी तक बिजली नहीं पहुँची थी.

द्रोपदी मूर्मू को एनडीए ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी उनको राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने का स्वागत किया है.

बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने भी घोषणा की है कि वो द्रोपदी मूर्मु को ही समर्थन देंगी. मायावती ने कहा है कि उनका यह फ़ैसला बीजेपी या एनडीए के समर्थन या फिर कांग्रेस या यूपीए के विरोध का नहीं है.

उनका कहना है कि वो एक आदिवासी समुदाय की सक्षम महिला उम्मीदवार का समर्थन कर रही हैं. बीजेपी के बड़े नेता अपने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार के समर्थन के लिए सभी दलों से अपील कर रहे हैं. इस सिलसिले में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित वरिष्ठ नेता राजनीतिक दलों से संपर्क कर रहे हैं.

राजनीतिक मामलों के जानकारों के अनुसार फ़िलहाल यह लगता है कि एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मूर्मु आराम से चुनाव जीतने की स्थिति में हैं. 

द्रोपदी मूर्मु, पहली आदिवासी महिला हैं जिन्हें राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनाया गया है. अगर वो चुनाव जीत जाती हैं तो यह एक ऐतिहासिक पल होगा. क्योंकि अभी तक आदिवासी समुदाय का कोई भी व्यक्ति इस सर्वोच्च पद तक नहीं पहुँचा है. 

द्रोपदी मूर्मु झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में काफ़ी काम किया है. 

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