HomeAdivasi Dailyइंटरनेट की तलाश में रोज़ जंगल जाते हैं आदिवासी बच्चे

इंटरनेट की तलाश में रोज़ जंगल जाते हैं आदिवासी बच्चे

ऑनलाइन क्लास से लगभग आधे घंटे पहले, पन्नियोड आदिवासी बस्ती के क़रीब 70 बच्चे अपनी कॉपी किताबें लेकर पास के जंगल तक अपनी दैनिक यात्रा शुरू कर देते हैं.

वजह है इंटरनेट कनेक्टिविटी. उनके माता-पिता ने जंगल में उनके लिए अस्थायी ट्री हाउस बनाए हैं, जिसके ऊपर चढ़कर ही वो अपनी क्लास में भाग ले पाते हैं. दरअसल, पेड़ के ऊपर ऊंचाई पर ही उन्हें क्लास के लिए इंटरनेट कनेक्शन मिल पाता है.

बच्चों को चूंकि अकेले जंगल नहीं भेजा जा सकता, इसलिए इनके माता-पिता भी एक झुंड बनाकर उनके साथ जंगल जाते हैं. इन जंगलों में जंगली जानवरों का बड़ा ख़तरा है.

बच्चों की सुरक्षा इनके लिए प्रथम है, तो इनमें से कई लोगों को काम पर जाना बंद करना पड़ा. जंगल तक जाने के लिए भी कोई पक्की सड़क नहीं है, तो रास्ता जोखिम भरा है.

ऐसा नहीं है कि इन प्रयासों से उन्हें कोई बहुत बेहतरीन इंटरनेट कनेक्शन मिल रहा है, लेकिन गांव के मुक़ाबले कनेक्शन ट्री हाउस में थोड़ा बेहतर है.

पिछले साल, परिवारों ने कॉलोनी के प्रभारी आदिवासी अधिकारी के सामने इस मुद्दे को उठाया था. इसके बाद अधिकारी ने एक शिक्षक के गांव तक आने, और छात्रों के लिए क्लास संचालित करने की व्यवस्था की. लेकिन यह व्यवस्था जल्द ही बंद हो गई, और स्थिति पहले जैसी हो गई.

इस साल इन आदिवासी बच्चों की मदद के लिए किसी भी तरह की कोई पहल नहीं की गई है. पन्नियोड आदिवासी बस्ती में 170 घर हैं, जिनमें कुरिचिया जनजाति के लोग रहते हैं.

अभी फ़िलहाल स्थिति ठीक है, और यह परिवार जंगल में ट्री हाउस तक रोज़ की यात्रा कर पा रहे हैं. एक बार मॉनसून के ज़ोर पकड़ने के बाद इनके लिए ऐसा करना बेहद मुश्किल हो जाएगा.

पन्नियोड के अलावा, आसपास की कुछ दूसरी आदिवासी बस्तियों के लोगों ने भी अपने बच्चों के लिए जंगल में ट्री हाउस बनाए हैं. पूझियोड और चेन्नप्पोयिल बस्तियों के लोगों ने यह किया है.

ज़िला कलेक्टर टीवी सुभाष ने एक अखबार को बताया कि ऑनलाइन क्लास में भाग लेने में आने वाली दिक्कतों का हल ढूंढना प्रशासन की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि छात्रों की समस्याओं को एक आपातकालीन मामले के रूप में देखा जा रहा है, और इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाया जाएगा.

कलेक्टर ने यह भी कहा कि वह सुनिश्चित करेंगे कि छात्रों के पास ज़रूरी गैजेट भी हों. इसके अलावा ज़िला प्रशासन पन्नियोड के लोगों के लिए बस्ती में एक कॉमन फ़ैसिलिटी सेंटर खोलने पर भी विचार कर रहा है.

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