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तेलंगाना: टीचर ने आदिवासी छात्रा के गर्दन पर किया वार, छात्रा अस्पताल में भर्ती

लड़की के गांव के निवासी स्कूल पहुंचे और स्कूल के कामकाज को बाधित करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. वहीं लड़की के माता-पिता के साथ छात्र संघों ने तेलुगु शिक्षक और वार्डन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

शारीरिक दंड की एक और घटना में सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक आदिवासी छात्रा की गर्दन की मांसपेशियों में गंभीर चोट आई है. जब उसके तेलुगु शिक्षक बी सूरी ने कथित तौर पर मुथ्यलमगुडेम (Muthyalammagudem) के आदिवासी कल्याण आवासीय विद्यालय में पढ़ाने के दौरान उसे मारा. हालांकि यह घटना कुछ दिन पहले हुई थी लेकिन बुधवार की रात अस्पताल में भर्ती होने के बाद गुरुवार को इसका पता चला है.

पीड़िता भुख्य प्रवलिका (Bhukya Pravallika) के अनुसार, उसके तेलुगु शिक्षक ने अपने हाथों से उसकी गर्दन पर जबरदस्ती वार किया. गंभीर पिटाई के कारण सोमवार की रात उसकी गर्दन में अकड़न आ गई और पूरी रात वह दर्द से तड़पती रही.

यह देखकर कि लड़की दर्द में थी हॉस्टल वार्डन बी जयसुधा ने उसे दर्द निवारक दवा दी और राहत के लिए उसकी गर्दन पर दर्द निवारक दवाई लगाई. लेकिन इसके बाद भी दर्द बना रहा और आराम नहीं मिल रहा था.

भुख्य की सहपाठियों, जिन्होंने उसकी स्थिति पर ध्यान दिया, ने गुरुवार सुबह स्कूल के प्रिंसिपल ए भाग्यम्मा के ध्यान में इस घटना को लाया. जिसके बाद प्रिंसिपल ने तुरंत वार्डन से उसे महबूबाबाद सरकारी क्षेत्र के अस्पताल में स्थानांतरित करने के लिए कहा.

इस बीच, मुथ्यालममगुडेम जहां से लड़की आती है, के निवासी स्कूल पहुंचे और स्कूल के कामकाज को बाधित करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. प्रवालिका के माता-पिता के साथ छात्र संघों ने तेलुगु शिक्षक और वार्डन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

घटना की जानकारी मिलने पर महबूबाबाद जनजातीय कल्याण उप निदेशक एम येरैया स्कूल पहुंचे और घटना के बारे में सारी जानकारी ली. ट्राइबल वेलफेयर रेजिडेंशियल स्कूल के छात्रों और स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तेलुगु शिक्षक ने शराब के नशे में उसके साथ मारपीट की और यह उसकी आदत थी कि वह हर दिन नशे में स्कूल जाता था.

संपर्क करने पर स्कूल की प्रिंसिपल ए भाग्यम्मा ने स्वीकार किया कि तेलुगु शिक्षक सूरी ने प्रवलिका की गर्दन पर वार किया था. उन्होंने कहा कि लड़की की दुर्दशा के बारे में जानने के बाद हमने उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया था. यह सच नहीं है कि वह (तेलुगु शिक्षक) नशे में स्कूल आता है.

वहीं महबूबाबाद जनजातीय कल्याण उप निदेशक एम येरैया ने कहा कि लड़की की हालत अब बेहतर है. उन्होंने कहा कि टेस्ट रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टरों ने कहा कि दर्द गर्दन की मांसपेशियों में गंभीर खिंचाव के कारण हुआ था. उन्होंने कहा कि उन्होंने छात्रों से बात की कि घटना कैसे हुई. मैं एक रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंपूंगा जो शिक्षक और वार्डन के खिलाफ आगे की कार्रवाई पर फैसला लेंगे.

(प्रतिकात्मक तस्वीर)

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