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आदिवासियों और जंगल को बचाने के लिए प्रतिबद्ध , संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत का दावा

देश में आदिवासी और दूसरे समुदायों के क़रीब 30 करोड़ लोग किसी ना किसी तरह से भोजन, जीविका और आय के लिए जंगलों पर आश्रित हैं. 

भारत जंगलों पर आश्रित आदिवासियों और दूसरे समुदायों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. देश में आदिवासी और दूसरे समुदायों के क़रीब 30 करोड़ लोग किसी ना किसी तरह से भोजन, जीविका और आय के लिए जंगलों पर आश्रित हैं. 

यह बात भारत की तरफ़ से संयुक्त राष्ट्र संघ के मंच (United Nations Forum on Forests) पर कही गई है. युनाईटेड नेशन्स फोरम ऑन फ़ॉरेस्ट के 17वें अधिवेशन में बोलते हुए भारत के फॉरेस्ट महानिदेशक और स्पेशल सेक्रेट्री चंद्रप्रकाश गोयल ने यह बात मंच पर रखी.

उन्होंने कहा, “भारत की परंपरा और संस्कृति, बराबरी और ईमानदारी में बसती है. इससे हमें अपने संसाधनों को सस्टेनेबल तरीक़े मेनेज करने में मदद मिली है.” उन्होंने आगे कहा, “जंगल और जंगली जीव जंतुओं को बचाने और उनके प्रबंधन के लिए देश में मज़बूत संस्थागत ढाँचा और नीतियाँ हैं.”

भारत में 10 करोड़ से ज़्यादा आदिवासी जंगल पर निर्भर हैं

संयुक्त राष्ट्र संघ में बोलते हुए चंद्र प्रकाश गोयल ने कहा कि भारत जंगल और पेड़ों के मामले में दुनिया के 10 टॉप के देशों में शुमार है. उन्होंने बताया कि भारत में 8 करोड़ हेक्टेयर से ज़्यादा ज़मीन पर जंगल खड़ा है. 

उन्होंने कहा कि भारत की भारत दुनिया की जैव विविधता में 8 प्रतिशत का योगदान करता है. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ के मंच से बताया कि भारत में कम से कम 173000 वर्ग किलोमीटर में 987 संरक्षित जंगल हैं. 

यूनाईटेड नेशन्स फोरम ऑन फ़ॉरेस्ट की स्थापना साल 2000 में हुई थी. यह एक अंतराष्ट्रीय नीति मंच है. यह मंच सभी प्रकार के जंगलों के प्रबंधन, संरक्षण और सतत विकास को बढ़ावा देता है. इसके लिए यह मंच दीर्घकालिक राजनीतिक प्रतिबद्धता को मज़बूत करता है.

भारत की तरफ़ से संयुक्त राष्ट्र संघ के इस मंच के 17 वें अधिवेशन में दावा किया कि देश में जंगल बढ़ा है. उन्होंने कहा कि दुनिया की कुल भूमि का भारत के पास सिर्फ़ 2.4 प्रतिशत है. जबकि दुनिया की कुल आबादी का 17 प्रतिशत और जानवरों की कुल संख्या का 18 प्रतिशत भारत में है. 

उन्होंने कहा कि भारत ग्लोबल फ़ॉरेस्ट गोल के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है. 

यूनाईटेड नेशन्स फोरम ऑन फ़ॉरेस्ट का 17वां अधिवेशन 9 मई से 13 मई के बीच न्यूयार्क में आयोजित किया गया था.

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