कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देशभर में ऑक्सीजन की भारी किल्लत देखने को मिली थी. उस वक्त अचानक कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होने की वजह से अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो गई थी. कई राज्यों में ऑक्सीजन काफी मुश्किल से मिल रहा था जिनमें महाराष्ट्र भी शामिल था.
लेकिन अब महाराष्ट्र के ही नासिक जिले के कलवान तालुका के जिला उप-नागरिक अस्पताल में राज्य जल संसाधन विभाग (WRD) मंत्री जयंत पाटिल ने एक ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया. ये ऑक्सीजन प्लांट नासिक जिले के आदिवासी तालुकों में ऐसा पहला प्लांट है.
प्रशासन का दावा है कि यह प्लांट जनजातीय क्षेत्रों में जीवन रक्षक होगा साबित होगा क्योंकि यह ऑक्सीजन समर्थित बिस्तरों की तलाश में जिला मुख्यालयों की यात्रा करने की जरूरतों को खत्म कर देगा.
कलवान उप-सिविल अस्पताल में प्रेशर स्विंग एडसरप्शन (PSA) प्लांट का उद्घाटन करते हुए जयंत पाटिल ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर की पीक के दौरान ऑक्सीजन की कमी के चलते स्वास्थ्य क्षेत्र को कई मुद्दों का सामना करना पड़ा था. लेकिन सरकार ने अब यह सुनिश्चित किया है कि हर जिला ऑक्सीजन के उत्पादन में आत्मनिर्भर बने.
जयंत पाटिल ने कहा, “जनजातीय क्षेत्रों में पीएसए स्थापित करना सिर्फ उस तरीके को रेखांकित करता है कि किस तरह से सरकार स्थानीय आबादी के स्वास्थ्य की ओर ध्यान दे रही है. यहां ऑक्सीजन प्लांट लगने से जिन लोगों को इसकी आवश्यकता हो सकती है उन्हें अब बिस्तरों की तलाश में शहरों में नहीं जाना पड़ेगा और उन्हें निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए पैसे खर्च करने की भी जरूरत नहीं है.”
पाटिल ने आदिवासी ब्लॉक में 20 हज़ार से अधिक वैक्सीन खुराक देने के लिए उप-सिविल अस्पताल को भी बधाई दी.
रविवार को कलवान तालुका में कोरोना संक्रमण के 11 एक्टिव मामले थे. इसमें से एक मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया जबकि दस अन्य को होम आइसोलेशन में रखा गया है. नासिक ग्रामीण में एक्टिव मामलों की सबसे अधिक संख्या सिन्नर तालुका में 203 थी इसके बाद निफाड तालुका में 126 और येओला तालुका में 107 थे.
वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 650 एक्टिव मामले हैं जबकि नासिक नगर निगम में 276 एक्टिव मामले हैं. जिले में कोरोना संक्रमण के कुल 957 एक्टिव मामले हैं.