मध्य प्रदेश के कटनी जिले में एक आदिवासी युवक की सिर्फ़ इसलिए पिटाई की गई, क्योंकि उसने सरकारी योजनाओं में अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाने को हिम्मत जुटाई थी.
युवक धर्मेंद्र कोल ने प्रधानमंत्री आवास योजना और शौचालय निर्माण में अनियमितताओं की शिकायत की थी, तो पंचायत सचिव, एक पुलिस कांस्टेबल और उनके सहयोगियों ने सरेआम सबके सामने उसकी बेरहमी से पिटाई की.
घटना कटनी जिले के धीमरखेड़ा इलाके की है. इस घटना का खुलासा तब हुआ जब गुरुवार को धर्मेंद्र कोल की सार्वजनिक रूप से पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
मामले में कार्रवाई करते हुए कटनी जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील जैन ने तुरंत एक्शन लिया.
जैन ने वीडियो में दिख रहे सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. विडियो में दिख रहे पुलिस कांस्टेबल को निलंबित करने का भी निर्देश दिया गया है.
सुनील जैन ने मीडिया को बताया, “मामला मेरे संज्ञान में आया है, जिसके बाद पीड़ित की शिकायत पर एससी / एसटी अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. घटना में शामिल पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है. मैंने जिला कलेक्टर से वीडियो में देखे गए दूसरे सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया है.”
सार्वजनिक पिटाई के वायरल हो रहे वीडियो में आदिवासी युवक को पीटने वालों में स्थानीय पंचायत सचिव कुंज बिहारी और सहायक सचिव अमरेश राय भी शामिल हैं.
(तस्वीर प्रतीकात्मक है.)