बीजेपी 11 फरवरी को झारखंड के रांची में राष्ट्रीय आदिवासी सम्मेलन आयोजित करेगी. यह सम्मेलन लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए आयोजित की जा रही है. इसी सम्मेलन की तैयारियों को लेकर आज बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की बैठक प्रदेश कार्यालय में हुई.
बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, ज़िला अध्यक्ष शामिल होंगे.
इसके साथ ही इस बैठक को संबोधित करते हुए झारखंड के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने कहा कि 11 फरवरी को आदिवासी मोर्चा के द्वारा रांची में आयोजित होने वाले आदिवासी सम्मेलन में 1 लाख से ज्यादा आदिवासी शामिल होंगे.
उन्होंने बताया कि आदिवासी मोर्चा के एक-एक कार्यकर्ता हर गांव और बूथ पर जाकर लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र के द्वारा आदिवासी समाज के लिए किए गए कार्यों के बार में जानकारी देंगे.
इसके अलावा अध्यक्ष ने कहा कि यह सम्मेलन ऐतिहासिक होगा और राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर एक मील का पत्थर साबित होगा और मोर्चा कार्यकर्ताओं के कंधों पर जिम्मेदारी बढ़ गई है.
आदिवासी समुदाय की बेटी को राष्ट्रपति बनाना, झारखंड राज्य को अलग करना, आदिवासी मंत्रालय बनाना, धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती पर आदिवासी गौरव दिवस घोषित करना, मोदी कैबिनेट में 8 आदिवासी मंत्री, पीएम जन-मन योजना आदि ऐसे कई कार्य हैं जो आदिवासी समुदाय द्वारा किए जा रहे हैं. जो पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को जोड़ता है.
कार्यक्रम का संयोजक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उरांव को बनाया गया है.
इसके अलावा बैठक में झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, असम, बिहार, उत्तर पूर्व आदि सभी राज्यों के आदिवासी प्रतिनिधि शामिल होंगे.
सभी को अपनी पारंपरिक वेशभूषा, नृत्य, संगीत और वाद्ययंत्रों के साथ अपनी संस्कृति का नजारा देखने को मिलेगा.
इस बैठक में मोर्चा अध्यक्ष शिवशंकर उराँव, प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुंवर गागराई, प्रदेश मंत्री दुर्गा मरांडी, मोर्चा प्रभारी रामकुमार पाहन, राम सिंह मुंडा, काजू सांडिल्य, अर्जुन मुंडा समेत कई लोग उपस्थित थे.