HomeAdivasi Dailyगुजरात: चुनाव आया चुनाव आया, आदिवासी की प्लेट में पुलाव आया

गुजरात: चुनाव आया चुनाव आया, आदिवासी की प्लेट में पुलाव आया

चुनाव पास आने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अमित शाह के गुजरात दौरे का सिलसिला भी बढ़ गया है. पीएम मोदी सिर्फ जुलाई के महीने में ही दो बार गुजरात दौरा कर चुके हैं और इस दौरान उन्होंने आदिवासी बहुल ज़िलों में कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज वलसाड ज़िले के आदिवासी बहुल धरमपुर तालुका में एक अस्पताल का उद्घाटन करेंगे. वे इस 200 करोड़ रुपये की लागत से बने 250 बिस्तरों वाले मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल (Multi Speciality Hospital) का वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उद्घाटन करेंगे.

आठ एकड़ भूमि पर बने श्रीमद राजचंद्र मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल को श्रीमद राजचंद्र आश्रम ने 18 साल पहले 40 बिस्तर की सुविधा के रूप में शुरू किया था.

आश्रम के ट्रस्टी ने आंतरिक गांवों के रोगियों की सुविधा के लिए अस्पताल का विस्तार करने का निर्णय लिया. मल्टी-स्पेशिलिटी अस्पताल के लिए शिलान्यास समारोह नवंबर 2017 में आयोजित किया गया था और काम 2022 तक पूरा किया गया है.

आश्रम से जुड़े एक अधिकारी ने कहा,”हमारा उद्देश्य लोगों को सबसे अच्छा इलाज देना है. हमने विदेशों में स्थित भारतीय मूल के फिजिशियन के एक समूह के साथ समझौता किया है जो हमारे केंद्रों का दौरा करेंगे. धर्मपुर के लोगों को चिकित्सा उपचार के लिए वापी में 45 किलोमीटर या वलसाड के लिए 30 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है.”

अस्पताल की तरफ़ से अंदरूनी गांवों के मरीजों को अस्पताल तक लाने का प्रबंध किया गया है. इलाज के बाद उन्हें उनके गाँव वापस छोड़ने का इंतज़ाम भी किया गया है. आदिवासी बहुल धरमपुर तालुका में लगभग 2.45 लाख की आबादी वाले 108 गांव हैं.

अस्पताल में छह हाई-टेक ऑपरेशन थिएटर, बच्चों के लिए एक बाल चिकित्सा वार्ड, 24X 7 मेडिकल और डायग्नोस्टिक सर्विस, शिशुओं के लिए एक एनआईसीयू और विकासात्मक विकलांगता के लिए सेंसरी गार्डन है.

गुजरात में चुनाव प्रचार शुरू हो चुका है

गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 की जैसे-जैसे पास आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक हलचल भी तेज़ होती जा रही है. बीजेपी गुजरात में अपनी जीत के सिलसिले को बरकरार रखने की कवायद में जोर-शोर से लगी हुई है.

चुनाव पास आने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अमित शाह के गुजरात दौरे का सिलसिला भी बढ़ गया है. पीएम मोदी सिर्फ जुलाई के महीने में ही दो बार गुजरात दौरा कर चुके हैं और इस दौरान उन्होंने आदिवासी बहुल ज़िलों में कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया.

हाल ही में पीएम मोदी ने आदिवासी बहुल ज़िले साबरकांठा में विभिन्न साबर डेयरी परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखी.

साबरकांठा में साबर डेयरी परियोजनाओं की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार जनजातीय समाज से आने वाली देश की बेटी भारत के सबसे बड़े संवैधानिक पद पर पहुंची हैं. देश ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया है. ये 130 करोड़ से अधिक भारतवासियों के लिए बहुत गौरव का क्षण है.

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा जी के जन्म दिवस को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है. हमारी सरकार देशभर में आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की याद में विशेष संग्रहालय भी बनवा रही है.

इसके अलावा आदिवासी आबादी के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देने और आय सृजन तक उनकी पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से गुजरात सरकार ने राज्य में अमीरगढ़ से डांग तक पूरे आदिवासी क्षेत्र में आठ आदिवासी पार्क स्थापित करने की योजना बनाई है.

गुजरात औद्योगिक विकास निगम (GIDC) के एक अधिकारी ने कहा, “इन पार्कों को स्थापित करने का उद्देश्य आदिवासियों के बीच उद्यमिता विकसित करना और आदिवासी समुदायों के मौजूदा पारंपरिक कौशल को बढ़ावा देना है. सरकार पहले ही परियोजनाओं के लिए 40 करोड़ रुपये का प्रावधान कर चुकी है.”

इससे पहले पीएम मोदी ने 10 जून को दक्षिण गुजरात के आदिवासी ज़िलों के लिए 3,054 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया था. इसमें एस्टोल परियोजना भी शामिल था जिससे वलसाड ज़िले की पहाड़ियों पर 174 आदिवासी गांवों और 1,028 बस्तियों में रहने वाले 4.50 लाख लोगों को नल का पानी पहुंचाएगी.

पिछले पांच महीने में पीएम मोदी सात बार गुजरात दौरा कर चुके हैं. मोदी अपने दौरे से सियासी माहौल बनाने की कवायद कर रहे हैं. ख़ासकर गुजरात के आदिवासी और ग्रामीण इलाकों पर पीएम मोदी फोकस कर रहे हैं.

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