HomeAdivasi Dailyरूपा तिर्की मामले में बढ़ रहा है दबाव, हेमंत सोरेन हैं ख़ामोश

रूपा तिर्की मामले में बढ़ रहा है दबाव, हेमंत सोरेन हैं ख़ामोश

रूपा तिर्की मामले में सोशल मीडिया पर भी काफ़ी चर्चा हो रही है. कई सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता इस मामले में हेमंत सरकार पर दबाव बना रहे हैं. इन कार्यकर्ताओं और राजनीतिक संगठनों में से कई हेमंत सरकार का आमतौर पर समर्थन करने वाले भी शामिल हैं

Rupa Tirkey Suicide Case, Sahibganj News, Jharkhand Hindi Samachar साहिबगंज की आदिवासी महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत के मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है.

आदिवासी सरना महासभा के मुख्य संयोजक सह पूर्व मंत्री देव कुमार धान ने रूपा तिर्की की मौत की निष्पक्ष तरीके से जांच सीबीआइ से कराने की मांग की है. उन्होंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जितनी भी निंदा करते हुए कहा है कि राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रूपा तिर्की के परिवार को इंसाफ़ मिले. 

उन्होंने कहा कि झारखंड में एक आदिवासी मुख्यमंत्री के रहते हुए एक आदिवासी महिला पुलिस अधिकारी इस राज्य में सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा है कि अगर इस मामले में इंसाफ़ नहीं होता है आम आदिवासी का सरकार में भरोसा घट जाएगा. 

उन्होंने कहा कि खुद को आदिवासियों की हितैषी बताने वाली हेमंत सरकार के रहते हुए एक आदिवासी पुलिस अधिकारी के साथ ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना का होना यह बताता है कि इस राज्य में हेमंत सरकार के रहते आदिवासी कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं.

इस पूरे मामले की निष्पक्ष जाँच की माँग करते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना का संदेह बेहद खास व्यक्ति पर जताया जा रहा है.

सरकार को बताना चाहिए कि वह इस मामले में चुप क्यों है? धान ने कहा कि इस सरकार के रहते इस घटना की निष्पक्ष तरीके से जांच संभव नहीं है.

इसलिए इस घटना की जांच सीबीआइ से कराई जाए ताकि जो भी सत्य है, वह सबके सामने आ सके तथा इस घटना के लिए जो भी दोषी हो, उसे सजा मिले तथा मृतक एवं उनके परिजनों को इंसाफ मिल सके.

रूपा तिर्की मामले में सोशल मीडिया पर भी काफ़ी चर्चा हो रही है. कई सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता इस मामले में हेमंत सरकार पर दबाव बना रहे हैं.

इन कार्यकर्ताओं और राजनीतिक संगठनों में से कई हेमंत सरकार का आमतौर पर समर्थन करने वाले भी शामिल हैं.

उधर हेमंत सरकार की तरफ़ से कुछ लोगों का कहना है कि इस मामले को तूल दे कर हेमंत सरकार को अस्थिर करने का प्रयास हो रहा है. दरअसल इस मामले में हेमंत सोरेन के नज़दीकी बताए जाने वाले एक व्यक्ति पर उँगली उठ रही है.

झारखंड पुलिस का कहना है कि इस मामले में निष्पक्ष जाँच चल रही है. इस पूरे मामले पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अभी तक ख़ामोश हैं.

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