मध्य प्रदेश (Tribes of Madhya Pradesh) के सीधी जिले (Sidhi District) में 5 आदिवासी लड़कियों के साथ बलात्कार हुआ है. इनमें से एक लड़की नाबालिग बताई गई है.
इस बारे में मिली जानाकारी के अनुसार आरोपी ने आवाज बदलने वाली ऐप के ज़रिए खुद शिक्षका बनकर सभी आदिवासी लड़कियों को अपने झांसे में फसाया था.
इस घटना में शामिल मुख्य आरोपी का नाम ब्रजेश प्रजापति बताया गया है. 29 मई को ब्रजेश की पुलिस रिमांड खत्म हुई और उसे कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उसे अब न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
इसके अलावा मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देश पर मामले की जांच के लिए विशेष टीम बनाई गई थी.
इसके साथ ही अदालत में कार्रवाई के दौरान सभी पीड़िताओं ने अपराधी की पहचान की है. अपराधी का फोन और अन्य गैजेट्स को साइबर परीक्षण के लिए भेज दिया गया है.
अपराधी के फोन और अन्य गैजेट्स के अलावा अन्य साक्ष्य भी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक 5 लोगों ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज की है और कोई नई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है.
पुलिस ने यह भी बताया कि अपराधी ब्रजेश बलात्कार करने के बाद पीड़िताओं से मोबाइल फोन छीन लेता था. ताकि वे किसी से मदद न ले सके. इसलिए अरोपी के पास से 16 फोन बरामद हुए है.
हालांकि 5 लोगो ने ही अब तक शिकायत दर्ज की है. इन शिकायतकर्ताओं के अलावा एक नाबालिग भी है.
क्या है पूरा मामला
इस मामले का मुख्य आरोपी ब्रजेश बेरोज़गार है. वह आवाज बदलने वाली ऐप के सहारे पीड़िताओं को अपने झांसे में फंसाता था.
पुलिस के मुताबिक वे एससी/एसटी स्कॉलरशिप के बहाने पीड़िताओं को यह कहकर घटनास्थल पर बुलाता था कि स्कॉलरशिप के आवेदन में कोई दिक्कत आ रही है.
यह घटना जनवरी से चल रही है. इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब एक कॉलेज की छात्रा ने हिम्मत जुटाकर मझौली पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई.