HomeAdivasi Dailyमिस इंडिया के फिनाले में पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला रिया तिर्की

मिस इंडिया के फिनाले में पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला रिया तिर्की

फेमिना मिस इंडिया 2022 के फाइनल में झारखंड की रिया तिर्की नहीं जीत सकी. हालांकि वो इस मुकाम तक पहुंचने वाली आदिवासी महिला बन गई हैं.

झारखंड की रिया तिर्की रविवार को आयोजित फेमिना मिस इंडिया 2022 के ग्रैंड फिनाले में जगह बनाने वाली पहली आदिवासी बनीं. हालांकि 24 वर्षीय रिया यह खिताब नहीं जीत सकीं लेकिन उन्होंने निश्चित रूप से कई दिल जरूर जीते.

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत कई लोगों ने रिया को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी. सोरेन ने रविवार को ट्विटर पर कहा कि यह गर्व का क्षण है. उन्होंने रिया को शुभकामनाएं भी दीं थी और लिखा, “झारखंड की ओर से ऑल द बेस्ट, रिया तिर्की.”

रिया 2015 से इस दिन की तैयारी कर रही थीं और आखिरकार करीब 8 साल की मेहनत के बाद मंच पर पहुंचीं. फिनाले में पहुंच कर रिया ने कहा कि यह मौका उनके लिए खास है क्योंकि उन्हें आख़िरी समय में स्नेहा जॉर्ज की जगह रिप्लेसमेंट मिली.

उन्होंने कहा कि दूसरों से प्रतिस्पर्धा रखने से बेहतर होगा कि आनेवाले अवसर पर ध्यान दिया जाये. अपनी क्षमता में विश्वास कर धैर्य के साथ आगे बढ़ना जरूरी है.

रिया ने नवभारत टाइम्स अखबार से कहा, “मुझे फाइनलिस्ट के रूप में चुना गया है. मुझे वास्तव में ऐसा लग रहा है कि एक सपना सच हो गया है. मेरी सफलता इस बात का प्रमाण है कि एक मौका आपके पूरे जीवन की दिशा बदल सकता है. उन्होंने कहा कि मेरे सामाजिक कार्यों में जानवरों को बचाना और लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा करना शामिल है. मैं भारतीय आदिवासी लोगों के उत्थान और पूरे देश को मजबूत करने के लिए काम करना चाहती हैं.”

अपने सपने को हकीकत में बदलने के बारे में बात करते हुए रिया ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, “2000 में झारखंड और बिहार अलग हो गए और झारखंड को एक स्वतंत्र इकाई घोषित किया गया, जिसे आदिवासियों की भूमि कहा जाता है. फिर भी वे प्रगति और अपनी पहचान स्थापित करने के लिए बाधाओं का सामना कर रहे हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “मुझे आदिवासी होने के कारण स्कूल में प्रवेश पाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा. इसने मुझे कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया. झारखंड का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली आदिवासी लड़की होना मेरे समुदाय के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि और गर्व है.”

रिया का सपना एक उद्यमी बनने और आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने का है. वह लुप्तप्राय जानवरों को बचाने के लिए एक स्थायी, पर्यावरण के अनुकूल जीवन जीने और सामाजिक कार्य को बढ़ावा देने के लिए भी प्रतिबद्ध है.

रिया कहती है कि प्रतियोगिता में खुद को श्रेष्ठ साबित करने के लिए पर्सनालिटी में काफी बदलाव किया. ट्रेनिंग के तहत बातचीत के तरीके और जेनरल नॉलेज पर काम किया. बॉडी फिटनेस पर विशेष रूप से ध्यान दिया.

रिया मॉडलिंग प्रतियोगिता मिस विजयवाड़ा और मिस अमरावती की फाइनलिस्ट रही. मिस डिवा मिस इंडिया के ऑडिशन राउंड का हिस्सा रही. इसके अलावा बॉम्बे फैशन वीक में बतौर मॉडल रैंप वॉक कर चुकी हैं. छत्तीसगढ़ मिस टीजीपीसी-20 और कोकोबेरी रनरअप भी रही हैं.

रिया के पिता अरबिंद तिर्की पंजाब नेशनल बैंक, मुंबई में चीफ मैनेजर हैं. वहीं, मां मीरा तिर्की हाउस वाइफ हैं. पिता के काम की वजह से देश के अलग-अलग हिस्से में रह चुकी हैं. मॉडलिंग और एक्टिंग करियर को अपनाने के लिए माता-पिता ने सहयोग किया. 10वीं तक की पढ़ाई रांची के विवेकानंद विद्या मंदिर से पूरी की. उन्होंने आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा स्थित पीबी सिद्धार्थ कॉलेज से बीबीए की.

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