महाराष्ट्र (Tribes of Maharashtra) के एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूल (eklavya model residential school) की 20 आदिवासी छात्राएं न सिर्फ यौन शोषण (Sexual Abuse) के उत्पीड़न से निकलने में कामयाब नहीं रहीं बल्कि इन सभी ने CBSE और JEE Mains परीक्षाओं में अपना नाम बनाया है.
इन सभी 20 छात्राएं 10वीं और 12वीं के सीबीएसई परीक्षा में 70 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाई हैं. साथ ही इनमें से कुछ छात्राएं जेईई मेन्स परीक्षा में भी सफल रही और एक छात्रा ने नेशनल एनसीआरटी क्विज़ में हिस्सा लिया था.
इन सभी छात्राओं को अपने उत्पीड़न से बाहर आने में कई साल लग गए. महाराष्ट्र के आदिवासी विभाग ने इन छात्राओं को उत्पीड़न से बाहर निकलने में काफी मदद की.
इन छात्राओं को पढ़ाने वाली शिक्षिका ने बताया कि यह सभी 10वीं और 12वीं के सीबीएसई परीक्षा में 70 प्रतिशत से ज्यादा अंक लेकर आई हैं.
इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया की इनमें से तीन छात्राओं ने पिछले महीने जेईई मेन्स (JEE Mains) की परीक्षा दी और सफल रहीं.
अब ये तीन छात्राएं जेईई एडवांस की तैयारी कर रही हैं. इनमें से एक छात्रा ने नेशनल एनसीईआरटी क्विज़ में भी हिस्सा लिया है.
2019 में हुआ यौन शोषण
दरअसल, साल 2019 में चंद्रपुर ज़िले में स्थित एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूल के छात्रावास में तीसरी कक्षा से सातवीं कक्षा तक पढ़ने वाली छात्राओं के साथ हर रात छात्रावास के स्टाफ द्वारा यौन शोषण किया जाता था.
हॉस्टल का स्टाफ छात्राओं के खाने में नशीला पदार्थ मिला देते थे. जिसके बाद बेहोशी की हालत में उनके साथ यौन शोषण करते थे.
एक साल तक छात्राएँ यह पीड़ा सहती रहीम. इसके बाद एक छात्रा को उसके माता-पिता द्वारा डॉक्टर के पास ले जाया गया, तब उन्हें मालूम पड़ा की उनकी बेटी के साथ बलात्कार हुआ है.
छात्रावास की यह घटना सुर्खियों में आ गई. अब चंद्रपुर ज़िले में स्थित छात्रावास बंद पड़ा है.