इंडिया गठबंधन (INDIA bloc) की ओर से आज यानि 21 अप्रैल को 11 बजे रांची के प्रभात तारा मैदान में उलगुलान न्याय महारैली (Ulgulan Nyay Maharally) होगी. इस रैली के बारे में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने एक सोशल मीडिया पर इस रैली में उठाए जाने वाले 21 मुद्दों को बताया है.
इन मुद्दों में सबसे पहले संविधान की रक्षा की बात की गई है. इसके बाद सवैंधानिक संस्थाओं को बचाने और जेल में बंद विपक्ष के नेताओं की रिहाई का मुद्दा है. इसके अलावा आज की इस जनसभा में झारखंड के स्थानीय मुद्दों पर भी बात होगी.
मसलन सरना धर्म कोड और 1932 खातियानी का मुद्दा भी इस जनसभा में उठाया जाएगा. इसके अलावा आदिवासयों और पिछड़ों का आरक्षण बढ़ाना, आदिवासी भाषाओं को संविधान की आठवीं अनुसूचि में शामिल कराना भी शामिल होगा.
आज की रैली में इंडिया गठबंधन के देशभर के नेताओं का जुटान होगा. इंडिया गठबंधन उलगुलान न्याय महारैली से झारखंड में चुनावी शंखनाद करेगा. गठबंधन में शामिल नेताओं ने महारैली में पांच लाख लोगों को शामिल होने का दावा किया है.
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने रांची के प्रभात तारा मैदान में रविवार को होनेवाली उलगुलान न्याय महारैली की तैयारियों का जायजा शनिवार को लिया. उन्होंने कहा कि देश में तानाशाही हावी हो गयी है. इसे हर हाल में रोकना है. अब उलगुलान का समय आ गया है.
इंडिया गठबंधन के ये नेता होंगे शरीक
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पंजाब के सीएम भगवंत मान ने महारैली में शामिल होने को लेकर सहमति प्रदान कर दी है.
महारैली को लेकर शहर में पोस्टर बैनर लगाये गये हैं. इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, तेजस्वी यादव, दीपांकर भट्टाचार्य, संजय सिंह, अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, फारूख अब्दुला, उद्वव ठाकरे, प्रियंका चतुर्वेदी के अलावा मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के साथ इंडिया घटक दल में शामिल प्रदेश स्तर के नेता मौजूद रहेंगे.
इनके अलावा लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन के घोषित प्रत्याशी भी महारैली में हिस्सा लेंगे. हालांकि अभी तक कांग्रेस ने रांची लोकसभा सीट से प्रत्याशी की घोषणा नहीं की. वहीं झामुमो ने जमशेदपुर से भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है.
झारखंड में फिलहाला झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस पार्टी की सरकार है. इस राज्य में लोक सभा की कुल 14 सीटें हैं. साल 2014 में बीजेपी ने यहां की 14 में से 12 लोसभा सीटें जीत ली थीं.
2019 में भी बीजेपी को 14 लोकसभा सीटों में से 11 पर कामयाबी मिली थी. लेकिन इस बार यानि 2024 के चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस पार्टी ने राज्य में चुनाव का एक अच्छा माहौल तैयार किया है.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ग़िरफ्तारी के बाद से पार्टी ने लगातार लोगों के बीच यह प्रचार किया है कि केंद्र सरकार यानि बीजेपी ने उनके खिलाफ़ साज़िश की है. राज्य में ख़ासतौर से आदिवासी इलाकों में हेमंत सोरेन के प्रति एक साहनभूति भी नज़र आती है.