झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री की शपथ दिला दी गई है. 2 फ़रवरी, शुक्रवार को राज्यपाल राधाकृष्णन ने उन्हें पद की शपद दिलाई.
जैसे ही शपथ ग्रहण समारोह ख़त्म हुआ, झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के विधायकों को हैदराबाद रवाना कर दिया गया. क्योंकि सत्ताधारी गठबंधन को यह डर है कि बीजेपी उनके विधायकों को तोड़ सकती है.
मैं भी भारत की टीम झारखंड की राजनीतिक गतिविधियों को रिपोर्ट करने के लिए रांची में है. इस दौरान हमारी पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से बातचीत हुई.
इस बातचीत में सबसे पहला सवाल हमने यही पूछा कि आख़िर बीजेपी की यह छवि क्यों बन गई है कि वह किसी भी राज्य में विधायकों को ख़रीद लेगी.